छिछलाईयां या गहराईयां?
किसी महान व्यक्ति ने कहा है कि विनाश काले विपरित बुद्धि लेकिन ये कहावत हमारे वाॅलीवुड और उसके छुई- मुई करण जौहर पर लागू नहीं होती है, क्योंकि विपरित बुद्धि के लिए भी बुद्धि होना चाहिए। इधर पुष्पा हिंदी में भी करोड़ो कमा रही है और इधर 83 आउट होकर पवेलियन जा चुका है। ऐसे में आप उम्मीद करते हैं कि कुछ तो अच्छा आएगा तभी करण जौहर लाता है गहराइयां।
फिल्म हंगामा में एक डायलॉग है, कौवा कितना भी वाशिंग- मशीन में नहा लें वो बगुला नहीं हो जाता, एक फिल्म का ट्रेलर आया है फिल्म का नाम है गहराइयां। निर्देशक हैं करण जौहर साहब।
कास्ट की बात करें तो फिल्म में चंकी पांडे की बेटी है जो अपने टैलेंट के दम पर फिल्म में हैं। उसके साथ है दीपिका पादुकोण और सिद्धांत चर्तुवेदी।
2.5 मिनट के ट्रेलर में 1.5 मिनट तो सिर्फ इंग्लिश में डायलॉग है समझ नहीं आता कि फिल्म हिंदी में बनाया है कि इंग्लिश में, फिर ये लोग कहते हैं कि हमारी फिल्म चलती नही। अगर ट्रेलर की बात करें तो आधे सिन समुद्र के किनारे है, आधा समुद्र के अंदर नाव पर है, बचे खुचे बिस्तर पर। फिल्म बनाने में काॅस्टयूम के खर्च को कैसे कम किया जाए वो आप इस फिल्म और करण जौहर से सीख सकते हैं। हो सकता है कि इस फिल्म को सरकार टैक्स फ्री कर दें क्योंकि मुंह से एक- दूसरे को ऑक्सीजन देने की कला इस फिल्म के माध्यम से सिख सकते हैं जो कि इस कोरोना काल में लाभान्वित साबित हो सकती है।
अगर जनता की प्रतिक्रिया की बात करें तो युट्युब ने तो डिसलाइक को छुपा (hide) करके रखा है। अब तो 11 फरवरी को ही पता चलेगा कि फिल्म उसी समुद्र में डुब गई कि हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा।
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